उत्तरकाशी टनल में फंसे 41 मजदूरों के लिए करें प्रार्थना, हैदराबाद में बोले मोदी- सरकार उन्हें निकालने को कोई कसर नहीं छोड़ रही
हैदराबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने उत्तराखंड सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों की सुरक्षित निकासी के लिए प्रार्थना की। हैदराबाद के एनटीआर स्टेडियम में आयोजित ‘कोटि दीपोत्सवम’ कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज जब हम देवी-देवताओं से प्रार्थना कर रहे हैं। मानवता के कल्याण की बात कर रहे हैं। तो हमें अपनी प्रार्थना में उन श्रमिक भाईयों को भी स्थान देना है।
जो बीते करीब दो सप्ताह से उत्तराखंड की एक टनल में फंसे हुए हैं। सरकार और तमाम एजेंसियां मिलकर उन्हें संकट से बाहर निकालने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रही हैं। लेकिन इस राहत और बचाव अभियान को हमें बहुत सतर्कता से ही पूरा करना है। इस अभियान में प्रकृति हमें लगातार चुनौतियां दे रही है। इसके बावजूद हम डटे हुए हैं।
दरअसल उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सिल्क्यारा सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को भूस्खलन के बाद ढह गया। इसमें 41 श्रमिक मलबे के एक विशाल ढेर के पीछे फंस गए हैं। ऐसे में बहु-एजेंसी बचाव अभियान युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है। ‘कोटि दीपोत्सवम’ कार्यक्रम में भाग लेने के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमें उत्तराखंड सुरंग में फंसे लोगों को शीघ्र निकालने के लिए अपनी प्रार्थनाओं में याद रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें उन श्रमिकों के सुरक्षित और जल्द से जल्द बाहर निकलने के लिए प्रार्थना करनी होगी।
अभी कैसे चल रहा राहत और बचाव का काम
दरअसल टलन में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए पांच विकल्प तय किए गए हैं। इन विकल्पों को पूरा करने के लिए पांच अलग-अलग एजेंसियों को जिम्मा सौंपा गया है। शनिवार को ड्रिलिंग के लिए इस्तेमाल की जा रही अमेरिकन ऑगर मशीन खराब हो जाने के बाद बचाव अभियान को झटका लगा। अधिकारियों ने कहा कि ड्रिलिंग का काम, अब मैन्युअल रूप से किया जाएगा।
कहां के फंसे हैं मजदूर
फंसे हुए मजदूरों में उत्तराखंड और असम के दो-दो, हिमाचल के एक, उत्तर प्रदेश के आठ, बिहार और ओडिशा के पांच-पांच, पश्चिम बंगाल के तीन और 15 अन्य झारखंड के हैं। अधिकारियों ने बताया कि सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिक स्थिर और सुरक्षित हैं।
पीएम के प्रधान सचिव मौके पर
इससे पहले दिन में, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने घटनास्थल का दौरा किया और चल रहे बचाव प्रयासों का जायजा लिया। केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू ने प्रमोद कुमार मिश्रा के साथ सुरंग के अंदर काम का निरीक्षण किया।