अनुराग ठाकुर ने तेलंगाना की बीआरएस सरकार को घेरा, भ्रष्टाचार की खोली पोल
तेलंगाना में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर इन दिनों सियासी सरगर्मियां बढ़ गई है। सभी पार्टियां के नेता लगातार प्रदेशभर में प्रचार प्रसार कर रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस, सत्तारूढ़ बीआरएस के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने भी अपने चुनाव प्रचार में तेजी ला दी है। इसी क्रम में भाजपा के गोशामहल विधानसभा सीट से उम्मीदवार राजा सिंह के नामांकन के लिए बाइक रैली आयोजित की गई। जिसमें केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी शामिल हुए।
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और सत्तारूढ़ बीआरएस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बीआरएस को भ्रष्टाचार में लिप्त और कांग्रेस को झूठी पार्टी बताया। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के लोगों का ये जोश और उत्साह देखकर साफ पता चलता है कि इस बार प्रदेश में BRS के खिलाफ हवा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा तेलंगाना के लोग केसीआर सरकार से तंग आ चुके हैं। प्रदेश की जनता अब ईमानदार और विकास वाली सरकार चाहती हैं। केंद्रीय मंत्री ने बीजेपी की तारीफ करते हुए कहा कि जो केवल भाजपा दे सकती है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग इस दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते से भी नहीं चूके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकारें जिन राज्यों में बनी वे झूठी गारंटियां देकर बनीं और वे गारंटियां फेल हो गई हैं। उन्होंने कहा, झूठी कांग्रेस झूठी गारंटियां। बताते चलें कि तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदान होगा, जबकि तीन दिसंबर को परिणाम आएंगे। चुनाव से पहले अब सभी दलों में चुनाव प्रचार के माध्यम से जनता को लुभाने में लगे हुए हैं। इसके साथ ही एक-दूसरे के खिलाफ जमकर बयानबाजी भी कर रहे हैं।
भ्रष्टाचार में लिप्त है केसीआर का पूरा परिवार
केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने सीएम केसीआर पर आरोप लगाते हुए कहा कि केसीआर प्रदेश की जनता के पांच लाख करोड़ डूबा दिए हैं। केसीआर ने युवाओं से नौकरियों का वादा किया लेकिन नहीं दिया, शेड्यूल कास्ट के भाई-बहनों को 50 हजार करोड़ रुपये का लाभ देने की बात कही लेकिन नहीं दिया, बेरोजगारी भत्ता का वादा किया लेकिन नहीं दिया, गरीबों को पक्के मकान देने का वादा किया लेकिन फेल हो गई केसीआर की सरकार।
उन्होंने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि सीएम केसीआर प्रदेश में घोटाले करके राज्य को लूटा है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि केसीआर का पूरा परिवार भ्रष्टाचार में लिप्त है। बेटा-बेटी, केसीआर और इनके नेता भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। अब प्रदेश की जनता इनसे ऊब चुकी है और सीएम केसीआर से मुक्ति पाना चाहती है और विकल्प के रूप में भाजपा को चाहती है। गौरतलब है कि चुनाव नजदीक आते ही सभी दल एक दूसरे पर आरोप लगाना शुरु कर देते हैं।
उल्लेखनीय है कि तेलंगाना में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। यहां पर पूरी ताकत से बीआरएस भी लगी हुई है तो वहीं कांग्रेस और बीजेपी भी किसी से कम दिखाई नहीं दे रहे हैं। इससे पहले राहुल गांधी ने भी तेलंगाना में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम केसीआर पर जमकर निशाना साधा था।
उन्होंने मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव पर निशाना साधते हुए कहा कि एक राजा और उसका परिवार तेलंगाना पर राज कर रहा है। सारे के सारे विभाग, पैसे वाले विभाग उनके परिवारे के पास हैं। चाहे वो शराब हो या जमीन हो, वह सारी चीजें, जिनसे जनता से पैसा लिया जा सकता है, वे केसीआर के परिवार के पास है।
केसीआर को सत्ता से इसलिए हटाना चाहती हैं राजनीतिक पार्टियां
इस बारे में तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष नगरकुर्नूल का बयान भी सामने आया, जिसमें उन्होंने साफ कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री, उनका परिवार, उनके भ्रष्ट मंत्री हैं । कालेश्वरम प्रोजेक्ट के खंभे एक के बाद एक गिर रहे हैं। जनता का एक लाख करोड़ रुपया चोरी किया और प्रोजेक्ट भी ठीक से पूरा नहीं किया। ये सरकार गरीबों से उनका जमीन छीनने का काम करती है। 20 लाख किसान इससे प्रभावित हो रहे हैं, इससे फायदा एक परिवार को हो रहा है और तेलंगाना की जनता का नुकसान हो रहा है, इसलिए हमें केसीआर को हराना है।
भाजपा का वादा, सत्ता में आए तो सीएम पिछड़े वर्ग का होगा
दूसरी ओर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह यह साफ तौर पर कह चुके हैं कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तेलंगाना में विधानसभा चुनाव में सत्ता में आती है तो मुख्यमंत्री पद के लिए पिछड़ा वर्ग से किसी नेता का चयन करेगी। यह हमने तय किया है। शाह का कांग्रेस और सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर सीधा आरोप है कि दोनों वंशवादी दल हैं और ये राज्य का भला नहीं कर सकते।
जहां मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) अपने बेटे के. टी. रामाराव को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, वहीं कांग्रेस नेता सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री केसीआर पर दलित नेता को मुख्यमंत्री बनाने या दलितों को तीन एकड़ जमीन मुहैया कराने समेत विभिन्न चुनावी वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है।
तेलंगाना में एक पक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी
तेलंगाना में विधानसभा चुनाव में पार्टी स्तर पर कांग्रेस, भाजपा के साथ एक पक्ष असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) का भी है । ये पार्टी भी चुनाव प्रचार में लगी हुई है। खासकर मुसलमानों और अन्य हिन्दू वोटर्स को जोकि भाजपा के साथ नहीं हैं या जो तटस्थ रहने में भरोसा करते हैं, ऐसे बहुसंख्यक समाज के लोगों को ये पार्टी अपने समर्थन में लेने का प्रयास करती हुई देखी जा सकती है। उच्चतम न्यायालय के निर्णय के आने के कई दिन बाद भी यह बाबरी मस्जिद के विध्वंस के नाम पर स्यापा करते हुए देखे जा सकते हैं।
चुनाव प्रचार के दौरान अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी यहां जगह-जगह कह भी रहे हैं कि “बाबरी मस्जिद के विध्वंस में कांग्रेस की बीजेपी-आरएसएस की बराबर भूमिका थी। वे अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठाकार्यक्रम पर भी तंज कर रहे हैं। इस दिन यह कार्यक्रम दोपहर 12.30 बजे होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हो रहे हैं । इस पर तंज करते हुए ओवैसी ने कहा है कि जनवरी में जब राहुल गांधी किसी कार्यक्रम में जाएं तो पीएम मोदी उन्हें अपने साथ ले जाएं, राम-श्याम की जोड़ी अच्छी रहेगी, हमें उम्मीद है कि पीएम मोदी ऐसा करेंगे।